गुब्बारे वाले की प्रेरणादायक कहानी | Motivational Story in Hindi | Motivational Story


दोस्तों : आज की कहानी है, एक गुब्बारे वाले की जो अपनी बिज़नस स्कील्स से हमेशा अपने बिज़नस को मेंटेन रखता था, तो चलिए दोस्तों आज की कहानी शुरू करते है, और जानते है की वो कैसे अपने बिज़नस को मेंटेन रखता था।

एक गुब्बारे वाले मेले में गुब्बारे  बेचकर अपनी गुजर बसर करता था, वो अपने पास लाल- पीले- नीले सभी रंग के गुब्बारे बेचते थे, जब कभी भी उस गुब्बारे वाले की बिक्री काम होने लगते थे तब वह गुब्बारे वाले अपने बिज़नस स्किल्स के मदद से हीलियम गैस से भरा एक गुबारा हवा में छोर दिया करता था। और हवा में उरता गुबारा देख बच्चे सब वैसे ही उरने बाला गुबारा पाने के लिए मचल उठते थे.और ऐसा करने से सभी बच्चे गुबारे वाले से गुबारा खरीदते थे, और उससे इसकी गुबारे भी जायदा बिका करते थे और दुसरे दिन के मुकाबले उस दिन का सेल भी उससे जायदा होता था।

और ऐसा ही सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा ऐसे ही एक दिन वह आदमी बाज़ार में खरा गुबारा बेच रहा था अचानक उसके पीछे से एक बच्चा गुबारे बाले से पूछा अगर आप काला गुबारे छोरेंगे तो क्या वह भी उडे़गा बच्चे की बात गुबारे वाले को सीधे दिल में लगी और उसने प्यार से जबाब दिया बेटे गुबारा अपने रंगों की वजह से नहीं उरता बल्कि उसके अंदर क्या है उस वजह से वो ऊपर जाता है।

तो दोस्तों इस कहानी से हमें यही सिख मिलती है. की हमारे मन के अन्दर क्या है.और क्या नहीं वो बहुत ही मेटर करता है  क्युकी जैसा ही हमारे मन के अन्दर रहेगा वैसा ही गुबारे की तरह ऊपर दिखेगा इसलिए दोस्तों हमेशा अपने अन्दर देखिये क्या कमी है और उसे दूर करने की कोसिस कीजिये और मुझे बताये की ये कहानी आप सभी को कैसा लगी।

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