The Power of silence
एक कहानी जो आप को कम बोलना सीखा देगी The Power of Silence-?
▪️हेलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में मै : आप सभी को बता दु की यदि आप भी काम बोलते है तो ये पोस्ट आप सभी के लिए बहुत ही काम की होगी।
▪️इस लिए आप इस पोस्ट को धियान से पढ़िए इस कहानी में बताया गया है की चुप रहने से कितना फायदा होता है तो चलये पोस्ट को पढना स्टार्ट करते है,आपको बता दू की किसी शहर में चार मोंकस ने दो सप्ताह तक बिना कुछ बोले चुप-चाप ध्यान करने का निश्चय किया उन्होंने अपने इस अभ्यास के प्रतीक के रूप में, एक मोमबत्ती जलाई जो कि उन्हें हर वक्त यह याद दिलाती रहे की उन्हें बिना कुछ बोले बस ध्यान करना है, इसके बाद उन मोक्स ने ध्यान करना शुरू किया पहले दिन की रात होते-होते मोमबत्ती टीम- टीम आई और फिर बुझ गई।
▪️ देखते ही पहले मोंक ने कहा अरे नहीं यह मोमबत्ती तो बुझ गई दूसरे मोंक: ने कहा हमें बात नहीं करनी चाहिए, हमने कुछ भी ना बोलने की कसम खाई थी, तीसरे मोंक: ने कहा तुम दोनों को बोलने की क्या जरूरत थी, चौथा मोंक: हशा और बोला हा- हा- हा मैं अकेला हूं ,जिसने बात नहीं की।
▪️दोस्तों उन सभी के बोलने के अपने अलग-अलग कारण थे, लेकिन चारों में से प्रत्येक ने बिना कुछ सोचे तुरंत ही अपने विचार रख दिए, उनमें से किसी ने भी स्थिति को सुधारने का प्रयास नहीं किया, उसी आश्रम में उन चारो के अलावा एक बूढ़ा बुद्धिमान मोंक भी था वह बिना कुछ बोले और उनकी तरफ ध्यान दिए बिना ही चुप-चाप ध्यान करता रहा।
▪️इस तरह से उस बुद्धिमान मोंक ने बिना एक शब्द बोले उन चारों को ही उनकी गलती का एहसास करा दिया, जो कि वह चारों बोल कर भी नहीं कर पाए,बिना सोचे समझे और जरूरत से अधिक बोलने पर, हमें खुद ही लोगों के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है, एक समझदार व्यक्ति कभी भी बिना मांगे किसी को सलाह नहीं देता ,क्योंकि वह जानता है कि, बिना मांगे दी गई सलाह का कोई मतलब नहीं होता, और ना ही सामने वाला उस सलाह को मानता है, लेकिन आजकल लोगों ने अपनी प्रॉब्लम बताई नहीं कि हम उन्हें सलूशन देना शुरू कर देते हैं।
▪️जबकि 99% केसेज में जब लोग हमसे अपनी प्रॉब्लम शेयर कर रहे होते हैं,तो वह हमसे कुछ सलूशन नहीं सुनना चाहते, बल्कि वो तो सिर्फ यह चाहते हैं कि हम उनकी बातों को ध्यान से सुने ले,और इससे उन्हें कुछ समय के लिए शांति महसूस होती है।
▪️क्योंकि हम उन्हें जो सलाह देंगे यह उन्हें भी पता है, हर इंसान को पता होता है कि क्या सही है ,और क्या गलत है इसलिए जब अगली बार हमसे कोई अपनी प्रॉब्लम शेयर करें,तो हम बस उसकी बातों को ध्यान से सुने, उसे सलाह देना ना शुरू कर दें जब तक कि उसने मांगी ना हो।
▪️क्योंकि सामने वाला इंसान बस हमसे इतना ही चाहता है, कि हम उसकी बातों को ध्यान से सुने और समझे यह बात तो आप लोगों ने भी सुनी होगी हम जितना कम बोलते हैं, उतनी ही समझदार होते जाते हैं, और इसका उल्टा भी उतना ही सही है, जो जितना बुद्धिमान होगा वे उतना ही कम बोलेगा।
▪️दोस्तों ये पोस्ट आप सभी को यदि अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर कीजिये और कमेंट करना न भूलिए मिलते है अगले पोस्ट में तब तक के लिए
*** धन्यबाद ***